संयुक्त राष्ट्र: अमेरिका ने गाजा- इस्राइल सीमा पर हुई हिंसा के संबंध में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के उस बयान के मसौदे पर रोक लगा दी जिसमें इस संबंध में संयम बरतने और सीमा पर हुई झड़पों की जांच की मांग की गई थी। इन झड़पों में 16 लोगों की मौत हो गई थी। राजनयिकों ने यह जानकारी दी। शुक्रवार को गाजा के हजारों लोगों ने इस्राइल की सीमा के निकट प्रदर्शन किया। कुछ प्रदर्शनकारी सशस्त्र बलों से लैस इस्राइल सीमा के करीब पहुंच गए थे। उन पर इस्राइली सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के छोड़े और गोलियां चलाई। (अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच सैन्य अभ्यास शुरू, उत्तर कोरिया ने साधी चुप्पी )
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, शुक्रवार को हुए इस प्रदर्शन में 16 फलस्तीनियों की मौत हो गई और 1,400 से ज्यादा घायल हो गए। परिषद में अरब देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले कुवैत ने यह प्रस्तावित बयान सुरक्षा परिषद में पेश किया था। इसमें प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा की ‘स्वंतत्र और निष्पक्ष जांच’ की मांग की गई थी।सुरक्षा परिषद के एक राजनयिक ने एएफपी को बताया कि मसौदा तैयार करने वाली परिषद ने इस्राइल सीमा पर तनावपूर्ण स्थिति को लेकर चिंता जताते हुए दोहराया कि लोगों को शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने का अधिकार है।
परिषद ने फलस्तीन के निर्दोष लोगों के मारे जाने पर भी दुख व्यक्त किया। यह मसौदा बयान शुक्रवार को परिषद में वितरित किया गया लेकिन शनिवार को अमेरिका ने इस पर आपत्ति जताई और कहा कि वह इस मसौदे का समर्थन नहीं करता है। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी मिशन ने इस पर एएफपी को तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।