संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने वैश्विक सांस्कृतिक धरोहर स्थलों पर सशस्त्र संषर्घों के खतरे के मद्देनजर इनकी सुरक्षा मजबूत करने का प्रस्ताव पारित करते हुए कहा कि अवैध तोड़ फोड़ करने वाले अपराधियों को युद्ध अपराधों के मामले में अभियुक्त बनाया जा सकता है।
अफगानिस्तान में बामियान बुद्ध से लेकर टिम्बकटु के प्राचीन तीर्थस्थलों तक विश्व के महान विरासत स्थलों पर हालिया वर्षों में जानबूझकर कई हमले किए गए हैं। सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव में सुरक्षा परिषद ने सांस्कृतिक धरोहर स्थलों की व्यवस्थित रक्षा की अपील की है। प्रस्ताव में हर संघर्ष क्षेत्र में ऐतिहासिक स्मारकों एवं स्थलों की रक्षा करने की अपील की गई है, फिर भले ही वे कहीं भी स्थित हों और हमले का प्रकार भले ही तोड़ फोड़ हो, चोरी हो या तस्करी हो।
इसमें कहा गया है, धर्म, शिक्षा, कला, विग्यान एवं धर्मार्थ कार्यों के लिए बनी इमारतों एवं स्थलों या ऐतिहासिक स्मारकों पर अवैध हमले निश्चित परिस्थितियों में और अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार युद्ध अपराध के बराबर हो सकते हैं और इस प्रकार के हमलों के अपराधियों को न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए।