संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने शनिवार को अमेरिका और तालिबान के बीच हुए शांति समझौते की सराहना की और अफगानिस्तान में दीर्घकालिक राजनीतिक स्थायित्व के लिए किए जा रहे प्रयासों का स्वागत किया है। उन्होंने पूरे अफगानिस्तान में हिंसा में कमी लाने के महत्व पर बल दिया। अमेरिका और तालिबान ने युद्ध से बर्बाद हो चुके अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने के उद्देश्य से शनिवार को दोहा में ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किया। इस समझौते से अफगानिस्तान से अमेरिकी सेनाओं की वापसी का मार्ग प्रशस्त होगा। गुतारेस के प्रवक्ता की ओर से जारी एक वक्तव्य में कहा गया, “महासचिव अफगानिस्तान में दीर्घकालिक राजनीतिक स्थायित्व स्थापित करने के प्रयासों का स्वागत करते हैं। दोहा और काबुल में हुई आज की घटनायें इस संबंध में महत्वपूर्ण हैं।” संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने अमेरिका और तालिबान के बीच बातचीत की मेजबानी करने के लिए कतर के प्रति आभार जताया।
पाकिस्तान ने अमेरिका-तालिबान समझौते का स्वागत किया
अमेरिका और तालिबान के बीच शांति समझौते का पाकिस्तान ने शनिवार को स्वागत किया और कहा कि वह अफगानिस्तान में शांति बहाली के लिए किसी भी प्रयास का समर्थन जारी रखेगा। कतर की राजधानी दोहा में शनिवार को अमेरिका और तालिबान ने एक ऐतिहासिक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किये जिसके तहत अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी होगी। समझौते पर हस्ताक्षर के लिए आयोजित कार्यक्रम में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी भी मौजूद थे। पाकिस्तान के विदेश विभाग ने बयान जारी कर कहा कि कुरैशी ने इस समझौते का स्वागत किया और कहा कि यह व्यवस्था अफगानिस्तान, क्षेत्र के लिए काफी महत्व रखती है। बयान में कुरैशी के हवाले से कहा गया है, ‘‘पाकिस्तान शांतिपूर्ण, स्थिर, एकीकृत, लोकतांत्रिक और समृद्ध अफगानिस्तान का समर्थन जारी रखेगा।