तिरुवनंतपुरम: संकट ग्रस्त यमन से बाहर निकाले गए 445 भारतीयों को लेकर दो जहाज रविवार को भारत के लिए रवाना हो गए हैं। केरल के एक मंत्री ने यह जानकारी दी। केरल में प्रवासी मामलों के मंत्री के.सी. जोसेफ ने आईएएनएस से कहा कि रविवार सुबह दोनों जहाज जिबूती से रवाना हो गए हैं। जिबूती यमन का पड़ोसी देश है।
जोसेफ ने कहा, "हमें दोनों जहाजों पर सवार यात्रियों की संख्या और उनकी नागरिकता के संबंध में सटीक जानकारी नहीं है, लेकिन हमें बताया गया है कि बचाए गए लोगों में 445 भारतीय नागरिक शामिल हैं। पूर्व की भांति सूचनाएं इसलिए नहीं मिल पा रही हैं क्योंकि यमन स्थित भारतीय दूतावास बंद कर दिया गया है। भारतीय अधिकारी भी एक विमान के आगमन का इंतजार कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि पोत सबसे पहले मुंबई पहुंचेंगे इसके बाद 18 अप्रैल को कोच्चि पहुंचेंगे।
जोसेफ ने कहा, "हम यात्रियों की संख्या और अन्य जानकारी प्राप्त करने के लिए विदेश मंत्रालय के संपर्क में हैं। दोनों जहाजों के साथ दो युद्धपोत भी हैं, जबकि एक अन्य जहाज अभी भी यमन में है।"
उन्होंने सना के हवाईअड्डे पर इंतजार कर रहे 35 भारतीयों के प्रति अपनी वेदना व्यक्त की। इनकी मांग है कि उन्हें हवाई जहाज द्वारा मदद उपलब्ध कराई जाए।
उन्होंने जोर देकर कहा, "आपात अभियान के समय में अधिकारियों के साथ सहयोग करके खतरनाक स्थानों से बाहर निकल आने की समझ होनी चाहिए।"
जोसेफ ने कहा, "हमें यह भी बताया गया है कि केरल के कई नागरिक हैं जो अपनी जिम्मेदारी पर वहां रुके हैं, लेकिन हमारे पास उनकी संख्या से संबंधित कोई जानकारी नहीं है।"