इस्तांबुल: तुर्की ने राष्ट्रपति रेचप तैयब अर्दोगान के खिलाफ विफल तख्तापलट में हिस्सा लेने वाले संदिग्धों के खिलाफ आज व्यापक कार्रवाई को आगे बढाते हुए लोगों को हिरासत में रखने के संबंधी पुलिस के अधिकारों में इजाफा किया एवं 1000 से अधिक निजी विद्यालयों को बंद कर दिया। बागी सैनिकों द्वारा बंदूकों, टैंकों और एफ-16 की मदद से राष्ट्रपति को अपदस्थ करने की कोशिश के एक हफ्ते बाद अर्दोआन सरकार ने सरकार के दुश्मन समझे जाने वाले हजारों लोगों को पकड़ा या बर्खास्त कर दिया जिनमें उनके अंकारा महल की रखवाली करने वाले करीब 300 अधिकारी भी हैं।
लेकिन इस जबर्दस्त कार्रवाई की वैश्विक आलोचना पर अपनी पहली रिहाई में तुर्की ने 1200 सैनिकों को रिहा कर दिया। आपातकाल के तीसरे दिन घोषित सरकारी गजट के हिसाब से पुलिस के अधिकारों में वृद्धि के तहत संदिग्ध अब बिना आरोप के चार दिनों के बजाय एक महीने तक हिरासत में रखे जा सकते हैं। अर्दोआन ने कहा है कि तीन महीने का आपातकाल होगा।
हालांकि इस डर से कि राजनीतिक रूप से मजबूत अर्दोनान अपने शासन को और मजबूत बनाए और उत्पीड़न के माध्यम से असंतोष के स्वर को कुचलेंगे, पश्चिमी नाटो सहयोगियों के साथ तुर्की के संबंध तनावपूर्ण हो गये हैं और यूरोपीय संघ में शामिल होने की उसकी लंबित कोशिश पर अनिश्चितता के बादल गहरा गए है।