इस्तांबुल: इस्तांबुल के मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर स्वचालित रायफलों से लैस आत्मघाती हमलावरों के कहर के लिए तुर्की ने इस्लामिक स्टेट के जेहादियों को जिम्मेदार ठहराया। हमले में 42 लोग मारे गए जिनमें विदेशी नागरिक शामिल हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने कल शाम हुए हमले के दौरान आतंक और घबराहट भरे माहौल की आज जानकारी दी।
हमलावरों ने गोलीबारी के बाद खुद को उड़ाया
हमलावरों ने मंगलवार को यहां के अतातुर्क हवाईअड्डे पर अंधाधुंध गोलीबारी की और फिर खुद को उड़ा लिया था। अतातुर्क हवाईअड्डा यूरोप के व्यस्तम हवाईअड्डों में से एक है और लगता है कि तुर्की के पर्यटन उद्योग को निशाना बना कर यह हमला किया गया। तुर्की के महत्वपूर्ण पर्यटक मौसम की शुरूआत के साथ हुए हमला देश में हुआ नवीनतम आतंकी हमला है। इस्तांबुल और राजधानी अंकारा में इससे पहले हुए हमलों के लिए इस्लामिक स्टेट के जेहादियौं या कुर्द विद्रोहियों को जिम्मेदार ठहराया गया है।
हमलावर टैक्सी से इस्तांबुल के एयरपोर्ट आए थे
ऐसा माना जा रहा है कि तीनों फिदायीन हमलावर टैक्सी से इस्तांबुल के एयरपोर्ट आए थे लेकिन एंट्री गेट पर उन्हें सिक्योरिटी एक्स-रे मशीन के पास रोका गया तो उन्होंने अचानक पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इसी टर्मिनल के एंट्रेंस के पास ही आतंकियों ने पहला बड़ा धमाका किया, फिर दूसरा धमाका दूसरे आतंकी ने एंट्रेंस के दूसरे हिस्से में किया जहां उसे पुलिस की गोली लगी, जबकि तीसरे हमलावर ने खुद को कार पार्किंग के पास उडा लिया।