संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र की एक महत्वपूर्ण समिति ने उत्तर कोरिया के अपने अधिकतर संसाधनों का इस्तेमाल अपने लोगों की मदद करने की जगह परमाणु हथियार और बैलिस्टिक मिसाइल बनाने में करने का निंदा प्रस्ताव पारित किया। इनमें से आधे से ज्यादा लोगों को अधिक भोजन और बेहतर चिकित्सीय मदद की आवश्यकता है। यूरोपीय संघ और जापान द्वारा प्रायोजित प्रस्ताव को महासभा की मानवाधिकार समिति के मत के बिना मंजूरी दी गई। इसके पास 61 सह प्रायोजकों हैं, जो पिछले साल की तुलना में दो अधिक हैं। अब यह प्रस्ताव 193 सदस्यीय महासभा के पास भेजा जाएगा, जिसका दिसंबर में इसे अपनाना तय है। (पाक अदालत ने इसहाक डार के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया)
ईयू की ओर से बात करते हुए संयुक्त राष्ट्र में एस्टोनिया की उप राजदूत मिना-लीना लिंड ने उत्तर कोरिया पर ‘‘नजरबंदी शिविरों में अमानवीय परिस्थितियां’’, आवाजाही की स्वतंत्रता पर रोक और सूचना के अधिकार पर पाबन्दी सहित ‘‘एक व्यापक और व्यवस्थित तरीके’’ से मानवाधिकार के गंभीर उल्लंघन के आरोप लगाए।
संयुक्त राष्ट्र में जापान के राजदूत कोरो बेशो ने कहा कि उत्तर कोरिया की आवश्यकता के बावजूद, अधिकारी ‘‘अपने संसाधानों का इस्तेमाल अपने लोगों की मदद करने की जगह परमाणु हथियार और बैलिस्टिक मिसाइलों के निर्माण के लिए कर रहे हैं।’’ संयुक्त राष्ट्र में उत्तर कोरिया के राजदूत जा सोंग नाम ने मत से पहले समिति को कहा कि सरकार ‘‘स्पष्ट रूप से प्रस्ताव को अस्वीकार करती है।’’