तेहरान: ईरान में विरोध प्रदर्शनों ने रात को हिंसक रूप धारण कर लिया, जिसमें 10 लोग मारे गए। सशस्त्र प्रदर्शनकारियों ने सैन्य अड्डों और पुलिस थानों में घुसने की कोशिश की लेकिन सुरक्षाबलों ने उन्हें खदेड़ दिया। देश में पिछले पांच दिनों से जारी प्रदर्शन में मरने वाले लोगों की संख्या 13 हो गयी है। ईरान के सरकारी टेलीविजन चैनल ने यह जानकारी दी। ईरान में वर्ष 2009 के राष्ट्रपति चुनाव के बाद यह सबसे बड़ा प्रदर्शन हैं। देशभर में पांच दिन से अशांति फैली है और एक पुलिस अधिकारी समेत कम से कम 13 लोग मारे जा चुके हैं। (पाकिस्तान: अस्पताल में सिलेंडर फटने से 6 लोगों की मौत )
देश की कमजोर अर्थव्यवस्था और महंगाई को लेकर गुरूवार को मशहाद में प्रदर्शन शुरू हुए और कई शहरों तक फैल गए। कुछ प्रदर्शनकारियों ने सरकार और शीर्ष नेता अयातुल्लाह अली खामनेई के खिलाफ नारे लगाए। सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया गया। ईरान के सरकारी टेलीविजन चैनल ने लूटे हुए निजी बैंकों, टूटी हुई खिड़कियों, क्षतिग्रस्त की गई कारों और आग लगाए गए ट्रकों की तस्वीरें प्रसारित की। उसने बताया कि रविवार रात को सुरक्षाबलों के साथ झड़पों में 10 लोग मारे गए।
टीवी चैनल ने कहा, ‘‘कुछ प्रदर्शनकारियों ने कुछ पुलिस थानों और सैन्य अड्डों में घुसने की कोशिश की लेकिन सुरक्षाबलों ने उन्हें रोक दिया।’’ ईरान ने रविवार को इंस्टाग्राम और लोकप्रिय मैसेजिंग एप्प टेलीग्राम को बंद कर दिया। राष्ट्रपति हसन रुहानी ने माना कि इस्लामिक रिपब्लिक की चरमराती अर्थव्यवस्था को लेकर लोगों में गुस्सा है लेकिन साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि कानून तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने से सरकार हिचकिचाएगी नहीं।