नैरोबी: तंजानिया की विक्टोरिया झील में एक नौका के डूबने से उस पर सवार कम से कम 79 लोगों की मौत हो गई है। तंजानिया की सरकारी मीडिया ने एक क्षेत्रीय गवर्नर के हवाले से यह जानकारी दी और कहा कि बचे हुए लोगों की तलाश के लिये अभियान चलाया जा रहा है। टीवी पर मवांजा के गवर्नर जॉन मोंगेला ने बताया , ‘‘फिलहाल मृतकों की संख्या 79 है।’’ बृहस्पतिवार को हुए इस हादसे के बाद 37 लोगों को बचाया गया है।
मीडिया के मुताबिक एमवी न्येरेरी नाम की नौका पर क्षमता से दोगुना, करीब 200 यात्री सवार थे। नौका पर मक्का, केला और सीमेंट भी लदा हुआ था। हादसे की वजह का अभी पता नहीं चल पाया है लेकिन नौकाओं पर क्षमता से अधिक वजन होना इस तरह के हादसों की एक मुख्य वजह होती है। विक्टोरिया झील अफ्रीका की सबसे बड़ी झील है।
स्थानीय मीडिया के अनुसार नाव में कितने लोग सवार थे इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है लेकिन ऐसा माना जा रहा नाव में क्षमता से ज्यादा लोग सवार थे। बताया जा रहा है कि नाव में 400 से 500 लोग सावार थे। एक सरकारी अधिकारी ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि डूबने वालों की संख्या 200 तक हो सकती है।
इमरजेंसी रिस्पांस टीमों ने इस दौरान 37 लोगों को बचा लिया। क्षेत्रीय आयुक्त जॉन मोंगेला ने स्थानीय तंजानिया टेलीविजन चैनल आईटीवी को बताया कि अंधेरा होने के कारण बचाव अभियान रोक दिया गया है। सुबह एक बार फिर बचाव अभियान को शुरू किया जाएगा।
बता दें कि विक्टोरिया झील अफ्रीका की सबसे बड़ी झील है। यहां पहले भी नाव पलटने के कई हादसे हो चुके हैं। 21 मई 1996 को एमवी बुकोबा फेरी डूबने की घटना में 800 से ज्यादा लोग मारे गए थे। यह पिछली शताब्दी के सबसे भीषण नाविक हादसों में एक था।