सूडान: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार को दक्षिण सूडान की स्थिति की समीक्षा करने के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इसके बाद उन्होंने कहा कि सरकार ने युद्ध प्रभावित इस देश से भारतीयों को निकालने के लिए इंतजाम किये हैं। इस बैठक में विदेश मंत्रालय के दोनों राज्यमंत्री वीके सिंह और एमजे अकबर एवं विदेश सचिव एस जयशंकर शामिल हुए। इसमें भारतीय नागरिकों को आपातकालीन सहायता के समन्वय के तरीकों पर चर्चा की।
सुषमा ने कहा कि, दक्षिण सूडान में स्थिति में सुधार हुआ है
सुषमा ने कहा, हमने स्थिति और ज्यादा खराब होने पर दक्षिण सूडान से भारतीयों को निकालने के लिए सभी इंतजाम किये हैं। उन्होंने कहा कि कहा जा रहा है कि दक्षिण सूडान में स्थिति में सुधार हुआ है। सुषमा ने कहा कि भारतीयों की सुरक्षा सरकार के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, अगर स्थिति सामान्य बनी रहती है तो हम उनसे पूछेंगे कि क्या वे वापस आना चाहते हैं और हम उन्हें बाहर निकालेंगे। मंत्री के अनुसार, दक्षिण सूडान में 600 भारतीय हैं जिसमें से जुबा (दक्षिण सूडान की राजधानी) में 450 हैं ओर करीब 150 जुबा से बाहर हैं जहां फिलहाल संघर्ष चल रहा है। दक्षिण सूडान की राजधानी के कई भागों में सरकारी सैनिकों और पूर्व विद्रोहियों के बीच झड़पों के कारण भारी संघर्ष जारी है।