पैरामारिबो: सूरीनाम के राष्ट्रपति डेजी बोउटर्स को एक सैन्य अदालत ने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों की हत्या के मामले में शुक्रवार को 20 साल कैद की सजा सुनाई है। यह मामला 1982 का है जब बोउटर्स दक्षिणी अमेरिकी देश के तानाशाह थे। उनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने अपने 15 राजनीतिक विरोधियों को मौत के घाट उतार दिया था। बोउटर्स के वकील इरविन कैनहई ने कहा कि राष्ट्रपति अभी चीन यात्रा पर हैं और अगले सप्ताह वापस आने के बाद फैसले के खिलाफ अपील करेंगे।
तथाकथित ‘दिसंबर किलिंग्स’ मामले ने हमेशा बोउटर्स के कार्यकाल को धूमिल किया है। इस मामले में उनकी सरकार ने 13 नागरिकों, जिनमें पत्रकार, यूनियन लीडर्स और वकील शामिल थे, के साथ-साथ 2 सैन्य अधिकारियों की हत्या करवा दी थी। वहीं बोउटर्स ने हमेशा इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा है कि मारे गए लोगों को CIA की मदद से तख्तापलट के खिलाफ कार्रवाई करने की साजिश रचने के मामले में गिरफ्तार किया गया था और भागने की कोशिश के दौरान उन्हें गोली मारी गई थी।
बोउटर्स 1980 के दशक में एक मिलिटरी सरकार के सर्वेसर्वा थे और पूरी तानाशाही के साथ शासन चलाया था। वह सूरीनाम 2010 में एक लोकतांत्रिक चुनाव के बाद राष्ट्रपति बने थे और 2015 में उन्हें दूसरी बार चुना गया। अदालत ने अपना फैसला सुनाते हुए कहा कि बाउटर्स ने अपनी देखरेख में 16 अपने सैनिकों के जरिए लोगों का अपहरण कराया जिनमें वकील, पत्रकार और यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर शामिल थे। इनमें से एक यूनियन लीडर किसी तरह बच निकला और उसी ने बोउटर्स के खिलाफ गवाही दी।