जोहानिसबर्ग: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ट्वीट अक्सर ही विवाद पैदा कर देते हैं। ताजा मामला दक्षिण अफ्रीका को लेकर किए गए उनके ट्वीट का है, जिसपर अच्छा-खासा बवाल मच गया है। दक्षिण अफ्रीका की सरकार ने शुक्रवार को कहा कि उसने श्वेत लोगों के खेत जब्त करने और ‘बड़े पैमाने पर किसानों की हत्या’ को लेकर किए गए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ट्वीट को लेकर ‘लोगों की नाराजगी जताने’ के लिए देश में शीर्ष अमेरिकी राजनयिक को तलब किया है।
एक बयान में दक्षिण अफ्रीका ने बताया कि उसने अमेरिकी दूत जेस्सी लेपेन से उपलब्ध कूटनीतिक माध्यमों के इस्तेमाल में नाकामी पर निराशा जताई। दक्षिण अफ्रीकी सरकार ने कहा है कि ट्रंप का ट्वीट ‘झूठी सूचना’ पर आधारित है और इसका मकसद इस संवेदनशील और महत्वूर्पण मामले पर बहस का ध्रुवीकरण करना है। आपको बता दें कि दक्षिण अफ्रीका में इस समय भूमि-सुधार का काम चल रहा है। इसके चलते कई श्वेत किसानों को जमीन में नुकसान उठाने की खबरें आ रही हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को एक ट्वीट कर कहा था कि उन्होंने विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ से दक्षिण अफ्रीकी भूमि और खेतों को कब्जे में लेने और बड़े स्तर पर किसानों की हो रही हत्याओं पर नजर रखने को कहा है। उन्होंने लिखा था कि दक्षिण अफ्रीकी सरकार अब श्वेत किसानों की जमीन जब्त कर रही है। दक्षिण अफ्रीका में भूमि सुधार पर बहस में नस्लीय भेदभाव का आरोप लगा है। जमीन पर अल्पसंख्यक श्वेतों का दबदबा रहा है और इसमें सुधार का कार्य किया जा रहा है।