संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने अफगानिस्तान में हुये श्रृंखलाबद्ध आतंकी हमलों पर नाराजगी जतायी है। अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय प्रेस स्वतंत्रता दिवस से पहले पत्रकारों पर हमला ‘ अभिव्यक्ति की आजादी पर एक सीधा हमला ’ है। काबुल में कल हुए दो आत्मघाती हमलों में 10 पत्रकारों सहित कुल 25 लोग मारे गये। रिपोर्टर्स विदआऊट बॉर्डर्स का कहना है कि देश से तालिबान के खात्मे के बाद मीडिया पर यह सबसे बड़ा जानलेवा हमला है। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ली है। वहीं कांधार में हुए तीसरे आत्मघाती हमले में 11 बच्चे मारे गये हैं और कई अन्य लोग घायल हो गये। संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अधिकारियों ने हमले करने वालों को न्याय की जद में लाने की जरूरत पर बल दिया। (डीएमजेड पर डोनाल्ड ट्रंप से मिलेगा उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन )
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख की ओर से उनके प्रवक्ता ने कहा कि काबुल और कांधार में हुए हमलों में कई नागरिक , आपात सेवा कर्मी और स्कूली बच्चे हताहत हुये हैं। उन्होंने बताया , ‘‘ जानबूझकर पत्रकारों को निशाना बनाया जाना यह दिखाता है कि अपना काम करने के लिए मीडिया के लोग किस कदर खतरा उठाते हैं। ऐसे अपराधों के लिए जो भी जिम्मेदार हो उसे तेजी से न्याय के दायरे में लाना होगा। ’’ दूसरी तरफ , काबुल में हुये आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुये अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने आज कहा कि अमेरिका अफगानिस्तान में आईएसआईएस को खत्म करने की प्रतिबद्धता के लिए अफगान और अपने अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ खड़ा है।
विदेश मंत्री पोम्पिओ ने कहा , ‘‘ अपने अफगान और अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ अमेरिका अफगानिस्तान में आईएसआईएस को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है जिसने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम लोग, स्वतंत्र मीडिया और अफगानिस्तान की सरकार के साथ खड़े हैं। शांति, सुरक्षा और अपने देश में लोकतंत्र की स्थापना की अफगान जनता की कोशिशों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’ पोम्पिओ ने एक बयान में काबुल में हुए ‘मूर्खतापूर्ण और बर्बर हमले की निंदा की है।