मेलबर्न: वैज्ञानिकों ने एक ऐसा नया टेलीस्कोप चिप तैयार किया है, जिसकी मदद से अंतरिक्ष विज्ञानी उन बाहरी ग्रहों का पता स्पष्ट तौर पर लगा सकते हैं, जहां की परिस्थितियां जीवन के अनुकूल हो सकती हैं। यह चिप सूर्य और अन्य तारों से आने वाले अत्यधिक प्रकाश को हटाकर इन ग्रहों की स्पष्ट झलक पेश करता है। सौर मंडल के बाहर अपने नक्षत्र के पास मौजूद किसी ग्रह को सूर्य के प्रकाश के कारण आजकल के बड़े यंत्रों के जरिए देख पाना बेहद मुश्किल है।
ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के असोसिएट प्रोफेसर स्टीव मैडेन ने कहा कि नया चिप मूल नक्षत्र से आने वाले प्रकाश को हटा देता है, जिससे अंतरिक्ष विज्ञानी पहली बार किसी ग्रह की स्पष्ट तस्वीर ले सकते हैं। उन्होंने कहा, अंतरिक्ष विज्ञानियों के साथ हमारे काम का उद्देश्य पृथ्वी जैसा कोई ऐसा ग्रह ढूंढना है, जो जीवन के लिए अनुकूल हो सकता है। उन्होंने कहा, इसके लिए हमें यह समझने की जरूरत है कि ग्रह धूल के बादलों का निर्माण कैसे और कहां करते हैं। इसके बाद इस अनुभव का इस्तेमाल ओजोन युक्त पर्यावरण की खोज में किया जाना चाहिए। यह जीवन का एक प्रबल संकेतक है।
मैडेन ने कहा कि यह ऑप्टिकल चिप ठीक उसी तरह काम करता है, जैसे शोर को खत्म करने वाले हेडफोन काम करते हैं। चिप बनाने वाले पीएचडी छात्र हैरी-डीन केनचिंग्टन गोल्डस्मिथ ने कहा कि प्रौद्योगिकी थर्मल इमेजिंग का इस्तेमाल करती है। यह वही तकनीक है, जिसपर दमकलकर्मी धुंए में देखने के लिए निर्भर करते हैं। उन्होंने कहा, यह चिप ग्रह से उत्सर्जित होने वाली उष्मा का इस्तेमाल धूल के गुबार के परे देखने और ग्रहों का निर्माण देखने के लिए करता है। अंतत: यही प्रौद्योगिकी अन्य ग्रहों पर उस ओजोन का पता लगाने के लिए इस्तेमाल होगी, जो जीवन के लिए मददगार साबित हो सकती है।