स्टीफन हॉकिंग ने वर्ष 2007 में एक डाक्यूमेंट्री में चिंता जताई थी कि 'हम नहीं जानते हैं कि ग्लोबल वॉर्मिंग कब खत्म होगी। यदि समय रहते सुधार नहीं किया गया तो वो दिन दूर नहीं जब धरती शुक्र ग्रह के समान हो जाएगी। जहां तापमान 250 डिग्री सेल्सियस हो जाता है और एसिड की बारिश होती है। संकेत साफ हैं- औद्योगिक क्रांति के बाद से धरती का औसत तापमान 0.8 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया है। हमने विकास के लिए कोयले और पेट्रोलियम का जमकर उपयोग किया है। इससे कार्बनडाइ ऑक्साइड और ग्रीन हाउस प्रभाव पैदा करने वाली कई गैसों का उत्सर्जन हुआ। इससे धरती का प्राकृतिक संतुलन डिग गया है।