रियाद: सऊदी अरब ने ईरान परमाणु समझौते से अलग होने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले का स्वागत किया है। सऊदी अरब ने सऊदी प्रेस एजेंसी के जरिए जारी अपने बयान में साथ ही कहा कि वह ईरान पर फिर से प्रतिबंध लगाए जाने का भी स्वागत करता है, जिनमें इस समझौते के बाद ढील दी गई थी। (नरेंद्र मोदी, शी जिनपिंग या व्लादिमिर पुतिन- जानें, फोर्ब्स की लिस्ट में कौन है सबसे ताकतवर नेता! )
सऊदी ने कहा कि उसने मध्य पूर्व और पूरे विश्व में सामूहिक विनाश को रोकने के मकसद से ईरान और अन्य छह शक्तियों के बीच हुए परमाणु समझौते का शुरुआत में समर्थन किया था, लेकिन ईरान ने समझौते से मिलने वाले आर्थिक लाभ का इस्तेमाल क्षेत्र को अस्थिर करने में किया।
सऊदी अरब ने ईरान की नीतियों के कारण अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा और शांति के लिए उत्पन्न हुए खतरे से निपटने के लिए अमेरिका और अन्य वैश्विक साझेदारों के साथ मिलकर काम करते रहने की प्रतिबद्धता भी दोहराई।