सऊदी अरब एक मुस्लिम देश होने के कारण महिलाओं को वो सभी आजादी नहीं देता जो पुरूषों को प्राप्त हैं। हाल ही में सऊद सरकार ने महिलाओं पर नरमी बरती है और उन्हें गाड़ी चलाने का अधिकार दे दिया है। इससे पहले यहां महिलाओं का गांड़ी चलाना बैन था। लेकिन सरकार के आदेश से अब यहां भी महिलाएं गाड़ी चला पाएंगी। सऊदी के शाह ने मंगलवार को यह आदेश जारी किया, जिसमें महिलाओं को पहली बार ड्राइविंग की इजाज़त मिली है। यह नियम साल 2018 से लागू होगा। शाही आदेश में मंत्री स्तर की कमिटी का गठन करने के लिए कहा गया है। यह समिती को 30 दिन के अंदर अपना सुझाव देना होगा। जिसके बाद 24 जून 2018 तक इस आदेश को पारित कर दिया जाएगा। (उत्तर कोरिया के खिलाफ अमेरिका का बड़ा कदम, लगाया 8 बैंकों और 26 अधिकारियों पर प्रतिबंध)
सऊदी के विदेश मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है। विदेश मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा है कि 'सऊदी अरब ने महिलाओं को ड्राइव करने की अनुमति दे दी है।' वहीं दूसरी ओर अमेरिका ने सऊदी अरब के इस फैसले का स्वागत किया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि 'हम इस आदेश का स्वागत करते हैं। यह देश को सही दिशा में ले जाने के लिए बेहतरीन कदम है।' इससे पहले भी सऊदी अरब की सरकार ने महिलाओं के हक में फैसला करते हुए निजी स्कूलों के बाद सरकारी स्कूलों में भी लड़कियों को खेलों में भाग लेने की बात कही है।
देशभर में महिलाएं और अधिक अधिकारों तथा खेलों में भाग लेने की वर्षों से मांग कर रही हैं जिसके बाद अब यह कदम उठाया गया। चार साल पहले देश में निजी स्कूलों में लड़कियों को खेलों में भाग लेने की अनुमति दी गई थी। महिलाएं पहली बार 2012 के लंदन खेलों के दौरान सऊदी अरब की ओलंपिक टीम का हिस्सा बनीं थी। सऊदी अरब में महिलाओं को लेकर काफी रूढ़िवादी मानसिकता है।