लंदन: सऊदी अरब के विदेश मंत्री आदिल अल-जुबीर ने अपने क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्वी ईरान के साथ अपने संबंधों में किसी तरह की गर्माहट से इनकार किया है। सऊदी अरब की यह प्रतिक्रिया दरअसल तेहरान की ओर से रियाद को उसकी वार्षिक हज यात्रा के प्रबंधन के लिए धन्यवाद दिए जाने की पृष्ठभूमि में आई है। अल-जुबीर ने कल लंदन में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, यदि ईरान सऊदी अरब के साथ अच्छे संबंध चाहता है तो उसे अपनी नीतियां बदलनी होंगी। उसे अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान करना होगा।
उन्होंने कहा, हज एक धार्मिक कर्तव्य है, इसका राजनीति से कुछ लेना-देना नहीं है। जनवरी 2016 में ईरान के लोगों द्वारा तेहरान में सऊदी अरब के दूतावास पर धावा बोले जाने के बाद से ही दोनों देशों के कूटनीतिक संबंध बिगड़े हुए हैं। इसके बावजूद पिछले सप्ताह लगभग 86 हजार ईरानी हजयात्रियों ने हज में हिस्सा लिया। पिछले साल मची भगदड़ में सैंकड़ों ईरानी लोगों समेत लगभग 2300 लोगों के मारे जाने के बाद सुरक्षा चिंताओं से जुड़ी वार्ताएं सफल नहीं हो पाई थीं। इसकी वजह से वर्ष 2016 में ईरानी लोग हज में हिस्सा नहीं ले पाए थे। कल ईरान ने इस साल सफलतापूर्वक हज कराने के लिए सऊदी अरब को धन्यवाद दिया था और कहा था कि इससे वार्ताओं के रास्ते खुले हैं।
सरकारी प्रसारक के अनुसार, तेहरान में हज संगठन के प्रमुख अली गाजी-अस्कर ने कहा, हम सऊदी अरब का शुक्रिया अदा करते हैं कि उन्होंने ईरानी हज यात्रियों को लेकर एक नया रूख अपनाया। उन्होंने कहा कि यह दोनों पक्षों के लिए एक अवसर है कि वे अन्य क्षेत्रों में अपने द्विपक्षीय मुद्दों को सुलझाएं। ईरानी विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ ने अतिरिक्त सावधानी बरतते हुए कहा कि संबंध में बदलाव की स्पष्ट संभावना देखना अभी बाकी है।