रियाद: सलमा बिंत हिजब अल-ओतीबी ने मक्का में मदरका की नगरनिगम परिषद का चुनाव जीत कर अत्यंत रूढि़वादी सउदी अरब की पहली निर्वाचित महिला प्रतिनिधि बनने का इतिहास रचा है। सरकारी समाचार एजेंसी एसपीए ने चुनाव आयोग के अध्यक्ष ओसामा अल-बार के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया कि सलमा ने इस सीट पर दो महिला और सात पुरूष प्रतिद्वंदियों को परास्त किया।
सउदी अरब में पहली बार महिलाओं को मताधिकार इस्तेमाल करने और जनप्रतिनिधि बनने का अधिकार मिला है। नगर पालिका परिषद की सीटों पर लड़ रहे कुल 6440 उम्मीदवारों में से 900 से ज्यादा महिलाएं थीं। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए महिलाओं को कई अडचनें पार करनी पड़ी हैं।
सउदी अरब में राजशाही है और यहां महिलाओं के वाहन चलाने पर प्रतिबंध है और उन्हें सार्वजनिक स्थलों पर खुद को सिर से पैर तक ढक कर रखना होता है। सार्वजनिक सुविधाओं में लैंगिक विलगाव लागू है जिसका मतलब यह हुआ कि अपने चुनाव प्रचार के दौरान महिला उम्मीदवार पुरूष मतदाताओं से संपर्क नहीं कर सकती। लैंगिक विलगाव के इस कानून के तहत सउदी अरब में पुरूष और महिला मतदाताओं ने अलग-अलग मतदान केन्द्रों पर मतदान किया।