सिंगापुर,सिंगापुर के भारतीय मूल के पूर्व राष्ट्रपति एस आर नाथन को भारत के साथ निकट संबंध स्थापित करने के दिशा में उल्लेखनीय कार्य एवं समर्पण के लिए दक्षिण एशियाई प्रवासी समुदाय के उत्कृष्ट सदस्य के तौर पर सम्मानित किया गया है। नाथन का राष्ट्रपति के रूप में 12 वर्षीय कार्यकाल वर्ष 2011 में समाप्त हुआ था। उन्हें इंस्टिट्यूट ऑफ साउथ एशियन स्टडीज ने तीसरे दक्षिण एशियाई प्रवासी सम्मेलन SADC में सम्मानित किया।
2012 में प्रवासी भारतीय सम्मान से भी नवाजा
एस आर नाथन को वर्ष 2012 में प्रवासी भारतीय सम्मान से भी नवाजा जा चुका है जो भारत सरकार द्वारा भारतीय मूल के प्रवासियों को दिया जाने वाला सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार है। ISAS के अध्यक्ष गोपीनाथ पिल्लई ने कहा कि नाथन भारत के साथ सहयोग एवं वार्ता की वकालत करने वाली सबसे मजबूत आवाजों में से एक हैं।
उन्होंने कहा, दो देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में उनका योगदान असीमित है। एसएडीसी सिंगापुर में आयोजित किया जाने वाला द्विवार्षिक समारोह है जिसमें दक्षिण एशियाई कारोबार, राजनीति, नीति एवं अकादमिक क्षेत्रों के नेता दक्षिण एशिया के अधिक समृद्ध एवं खुशहाल भविष्य के निर्माण के संबंध में विचार साझा करते हैं।