नई दिल्ली: ISIS पर अबतक के सबसे बड़े हमले में रूस ने रासायनिक हथियारों से सीरिया में उनके गढ़ रक्का पर हमला किया है। रूस ने रक्का के दो इलाकों को टारगेट कर आसमान से सफेद फॉस्फोरस का हमला किया है। बताया जा रहा है कि इस हमले में बगदादी के कई लड़ाकों की मौत हो गई है। इससे पहले रूस क्रूज मिसाइल से बगदादी के ठिकानों पर हमला कर रहा था लेकिन अब रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल से आतंक के खिलाफ ये लड़ाई नई मोड़ पर पहुंच गई है।
सीरिया में पिछले दो महीनों से रूस लगातार आईएसआईएस की अघोषित राजधानी को निशाना बना रहा है, लेकिन इस बार रूस ने जिसतरह रसायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया है उसमें मानवाधिकार संस्थाओं का दावा है कि इस हमले से ISIS के लड़ाकों की तुलना में आम शहरियों की ज्यादा मौत हुई है।
रूस पर जेनिवा कन्वेंशन के उल्लंघन का भी आरोप लगने लगा है। रूस पर ये आरोप खतरनाक रासायनिक हथियार व्हाइट फॉसफोरस के इस्तेमाल के चलते लग रहा है। कईयों का दावा है कि रूस उत्तर-पश्चिमी सीरिया में गैरकानूनी रूप से व्हाइट फॉसफोरस का इस्तेमाल कर रहा है।
जेनिवा कन्वेंशन के नियमों के मुताबिक व्हाइट फॉसफोरस का इस्तेमाल गैरकानूनी है क्योंकि ये हड्डी और स्किन को जला देता है।