संयुक्त राष्ट्र: रूस का कहना है कि अमेरिका और उसके सहयोगी पश्चिमी देशों ने घटनास्थल का दौरा किए बिना और दमिश्क द्वारा पेश किए गए दो गवाहों को नजरअंदाज कर जल्दबाजी में फैसला करते हुए सीरियाई सरकार पर यह आरोप मढ़ दिया कि उसने वहां विपक्षी कब्जे वाले शहर पर सरीन नर्व गैस का इस्तेमाल करके हमला बोला है। रूस ने रासायनिक हथियारों के निगरानीकर्ता द्वारा चलाए गए तथ्यान्वेषी मिशन की ओर से दी गई रिपोर्ट की भी आलोचना की। इस निगरानीकर्ता ने चार अप्रैल को खान शेखूं की घटना की जांच की थी। घटना में 90 से ज्यादा लोग मारे गए थे। रूस ने इस रिपोर्ट को बेहद पक्षपाती बताया है। (अल-जज़ीरा को इस्राइल से निकालना चाहते हैं नेतन्याहू)
संयुक्त राष्ट्र में रूस के मिशन द्वारा महासचिव एंतोनियो गुतारेस और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बुधवार को भेजे गए पत्र में रूस द्वारा इदलिब प्रांत की घटना की जांच की मौजूदा स्थिति का आकलन किया गया है।
इस हमले के बाद की तस्वीरें और वीडियो जारी होने के बाद विभर में रोष पैदा हो गया था। इसमें कैमरे के सामने दम तोड़ते बच्चों की तस्वीरें व्यापक तौर पर प्रसारित की गई थीं। अमेरिका इस हमले के लिए सीरियाई सेना को दोषी ठहराता है। उसने हमले के कुछ दिन बाद शायरात वायु सैन्य अड्डे पर दंडात्मक हमला बोल दिया था। उसका कहना था कि हमला यहीं से बोला गया था। सीरिया के राष्ट्रपति और रूस के सहयोगी बशर असद ने रसायनिक हथियारों के इस्तेमाल की बात से इनकार किया है।