मॉस्को: रूसी नौसेना ने बुधवार को ब्लैक सी में गश्त कर रहे ब्रिटेन की रॉयल नेवी के युद्धपोत एसएमएस डिफेंडर पर फायरिंग की है। इतना ही नहीं, रूस के एसयू-34एम लड़ाकू विमान ने जहाज के रास्ते पर बम गिराकर दहशत फैलाने की कोशिश की। रूस ने यह कदम ब्रिटेन के पोत को क्रीमिया के नजदीक ब्लैक सी से बाहर निकालने के लिए किया। रूस इस क्षेत्र पर दावा करता है। शीत युद्ध के बाद पहली बार रूस ने नाटो के युद्धपोत को हटाने के लिए गोले बरसाए एवं बम गिराए। यह रूस और पश्चिमी देशों के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाता है।
ब्रिटिश युद्धपोत एसएमएस डिफेंडर ने रूसी नौसेना की इस चेतावनी को पहले नजरअंदाज कर दिया। जिसके बाद रूसी नौसेना मे शामिल एसयू-34एम लड़ाकू विमान ने ब्रिटिश युद्धपोत के रास्ते में बड़े-बड़े बम गिराए। यह बम युद्धपोत के आगे के रास्ते में गिराए गए। रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, ब्रिटेन के विध्वंसक को चेतावनी देने के लिए लड़ाकू विमान ने चार उच्च विस्फोटक बम गिराए थे।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रूस के क्षेत्र में घुसपैठ को लेकर जारी चेतावनी को नजरअंदाज कर दिये जाने के बाद युद्धपोतों ने चेतावनी वाले गोले दागे। इसने कहा कि रूस के एसयू-24 लड़ाकू विमान ने ब्रिटेन के युद्धपोत के नजदीक चार बम भी गिराए ताकि उसे रास्ता बदलने के लिए बाध्य किया जा सके।
मंत्रालय ने कहा कि इसके कुछ समय बाद ही ब्रिटेन का युद्धपोत रूस की जल सीमा से निकल गया। रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इसने विरोध जताने के लिए मॉस्को में ब्रिटेन के सैन्य अताशे को तलब किया है।
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