सउदी अरब के मशहूर कातीफ रेप केस में सउदी कोर्ट ने एक बार फिर विवादास्पद फैसला सुनाते हुए रेप पीड़ित लड़की को ही दो सौ कौड़े मारने और छह महीने की सजा सुनाई है। इस फैसले के बाहर आते ही मानवाधिकार संगठनों, महिला अधिकारों के लिए काम करने वाले संगठनों और पूरी दुनिया की मीडिया ने फैसले की तीखी आलोचना की है।
क्या है मामला
ये घटना साल 2006 की है। सउदी अरब के शहर कातीफ में एक लड़की का सात लोगों द्वारा 14 बार रेप किया गया था। घटना के समय लड़की एक लड़के के साथ कार में थी तभी उसे दूसरे लड़कों के समूह ने बंधक बना लिया और सड़क से दूर ले जाकर सुनसान जगह पर उसके साथ घटना का अंजाम दिया। इस रेप के खिलाफ जब लड़की कोर्ट गई तो सउदी अरब की शरीयत अदालत ने उसे गैर मर्द के साथ घूमने का दोषी मानते हुए 90 कोड़े मारने की सजा सुनाई। वहीं दोषियों को 10 महीने से 5 साल तक की सजा सुनाई गई। फैसले से नाखुश पीड़ित लड़की ने कोर्ट में फैसले के खिलाफ फिर से अपील की जिसपर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने लड़की की सजा को दोगुना करते हुए 200 कोड़े और छह महीने की जेल की सजा सुना दी। साथ ही पीड़ित लड़की के वकील को फटकार लगाते हुए आगे से किसी भी महिला की तरफ से केस लड़ने के लिए बैन कर दिया।
एक तरफ जहां इस फैसले से पूरे दुनिया में सउदी अरब को लेकर रोष है वहीं दूसरी और सउदी सरकार ने इस फैसले का स्वागत किया है। सउदी अरब संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार काउंसिल का सदस्य देश है लेकिन वहां महिला अधिकार बेहद निम्न स्तर पर है। सउदी में महिलाओं को अकेले घर से बाहर जाने, स्पोर्ट्स मैच देखने या कार चलाने तक की इजाजत नहीं है।