जोहानिसबर्ग: दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए देश में लागू लॉकडाउन के दौरान 5 वक्त की नमाज के लिए मस्जिदों को खोले जाने की अपील खारिज कर दी। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति से यह मांग एक मुस्लिम संगठन ने की थी। बता दें कि कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए देश में सभी मस्जिद, चर्च, मंदिर और अन्य धार्मिक स्थानों पर एकत्र होने पर प्रतिबंध है। रामाफोसा ने गुरुवार को 21 दिनों के लॉकडाउन की अवधि 2 हफ्ते और बढ़ा दी। यह 14 अप्रैल को खत्म होने जा रही थी।
तेजी से नमाज अदा करन का दिया था हवाला
बता दें कि अधिवक्ता जहीर उमर ने दक्षिण अफ्रीकी के ‘मजलिसुल उलेमा’ की ओर से रामाफोसा के याचिका पेश करते हुए लॉकडाउन के कारण कथित तौर पर धार्मिक दायित्वों को पूरा करने नसे रोके जाने का हवाला दिया। उमर ने लॉकडाउन के नियमों में नरमी की मांग करते हुए कहा कि नमाज तेजी से अदा करने के साथ ही नमाजी तुंरत घरों को लौट जाएंगे, लेकिन राष्ट्रपति ने एक बयान में मांग खारिज करते हुए कहा कि बचाव के उपाय दक्षिण अफ्रीका के सभी लोगों के लिए हैं, चाहे वो किसी भी धर्म के हों।
दक्षिण अफ्रीका में कोरोना से अब तक 24 की मौत
बता दें कि दक्षिण अफ्रीका में भी कोरोना वायरस ने अपने कदम डाल दिए हैं। खबर लिखे जाने तक इस मुल्क में कोरोना वायरस से 2003 लोग संक्रमित हो चुके थे। इस वायरस ने 24 लोगों की जान भी ले ली थी। हालांकि अफ्रीका के मामले में राहत की बात यह है कि 410 लोग ठीक हो चुके हैं जबकि 1569 ऐक्टिव केस हैं। टेस्ट की बात करें तो इस मुल्क ने 10 लाख लोगों में से औसतन 1231 लोगों को टेस्ट किया था और कुल 73 हजार नमूने लिए थे।