तेहरान: ईरान में अगले माह होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए कट्टरपंथी उम्मीदवार ने कहा है कि अमेरिका को ईरान से डरना चाहिए ताकि वह प्रतिबंध और धमकियों के मामले में पीछे हटे। ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयतुल्ला अली खमैनी के बेहद करीबी इब्राहिम रईसी ने कल स्टेट टीवी में टॉक शो में कहा कि आज अमेरिकी लोग ईरान शब्द से खौफ खाते हैं। यही हल है। पीछे हटना कोई हल नहीं है। हमें उन्हें पीछे हटने के लिए दबाव डालना चाहिए। (पाकिस्तानी सीमा के पास झड़प में मारे गए 8 ईरानी गार्ड)
रईसी का मुकाबला वर्तमान राष्ट्रपति हसन रहानी से है जिनकी अपेक्षाकृत उदारवादी छवि है और जिनके कार्यकाल में ही पश्चिमी देशों के साथ एतिहासिक परमाणु समझौता हुआ है। हालांकि देश के कट्टरपंथी इस समझौते की निंदा करते हैं। उनका तर्क है कि इस समझौते में रहानी ने काफी कुछ दे दिया है। अगले माह होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए रहानी को मुख्य उम्मीदवार माना जा रहा है।
ईरान में 19 मई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में शामिल होने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिये पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। आधिकारिक समाचार एजेंसी इरना ने बताया कि उम्मीदवार शनिवार तक पंजीकरण करा सकते हैं। इसके बाद गार्जियन काउंसिल उनकी जांच कर 27 अप्रैल तक उम्मीदवारों की अंतिम सूची की घोषणा करेगी। ईरान के राष्ट्रपति एवं उदारवादी नेता हसन रूहानी अगले कार्यकाल के लिये चुनाव लड़ने योग्य हैं। सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमेनी के करीबी इब्राहिम रायसी और पूर्व कट्टरपंथी राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद के करीबी सहयोगी हामिद बागेई ने भी राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की घोषणा की है। (ईरान में राष्ट्रपति चुनीव के लिए पंजीकरण शुरू)