नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को 11वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में आतंकवाद का मुद्दा उठाया और कहा कि इस समस्या के कारण विश्व अर्थव्यवस्था को 1,000 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। ब्रासीलिया के ऐतिहासिक इतामराती पैलेस में ब्रिक्स पूर्ण अधिवेशन को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि आतंकवाद विकास, शांति और समृद्धि के लिये सबसे बड़ा खतरा है। इस मौके पर ब्राजील, चीन, रूस और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति मौजूद थे।
BRICS के अंतर्गत सहयोग मज़बूत करें- पीएम मोदी
गुरुवार को इस सम्मेलन में बोलते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस समिट की थीम - “Economic growth for an इनोवेटिव future”, बहुत सटीक है।Innovation हमारे विकास का आधार बन चुका है। इसलिए, आवश्यक है कि हम innovation के लिए BRICS के अंतर्गत सहयोग मज़बूत करें।
उन्होंने कहा कि अब हमें अगले दस सालों में BRICS की दिशा, तथा आपसी सहयोग को और प्रभावी बनाने पर विचार करना होगा। कई क्षेत्रों में सफलता के बावजूद कुछ क्षेत्रों में प्रयास बढ़ाने की काफी गुंजाइश है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमें आपसी व्यापार और निवेश पर विशेष ध्यान देने की ज़रूरत है। Intra-BRICS व्यापार, विश्व-व्यापार का सिर्फ 15% है, जबकि हमारी सम्मिलित आबादी दुनिया की आबादी की 40% से ज्यादा है
फिट इंडिया मूवमेंट का किया जिक्र- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि हाल ही में भारत में हमने ‘Fit India Movement’ शुरू किया है। मैं चाहता हूं कि Fitness और स्वास्थ्य के क्षेत्र में हमारे बीच संपर्क और आदान-प्रदान बढ़े। शहरी क्षेत्रों में sustainable water management और sanitation महत्वपूर्ण चुनौतियां हैं। मैं भारत में ब्रिक्स Water Ministers की पहली बैठक आयोजित करने का प्रस्ताव करता हूँ।
पीएम मोदी ने कहा, “मुझे ख़ुशी है कि BRICS Strategies for Countering Terrorism पर पहला Seminar आयोजित किया गया। हम आशा करते हैं कि ऐसे प्रयासों और पाँच working groups की गतिविधियां आतंकवाद और दूसरे organized crimes के खिलाफ़ सशक्त BRICS Security Cooperation बढ़ाएंगी”
उन्होंने कहा कि वीजा, social security agreement और qualifications के mutual recognition से हम पांच देशों के लोगों को परस्पर यात्रा और काम के लिए और अनुकूल माहौल मिलेगा।