नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज इस्राइल के लिए रवाना हो गए जहां वह अपने समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू के साथ आतंकवाद जैसी साझाा चुनौतियों और आर्थकि संबंधों को बेहतर बनाने पर चर्चा करेंगे। किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली इस्राइल यात्रा है। मोदी छह जुलाई तक इस्राइल में रूकेंगे। वहीं से प्रधानमंत्री जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जर्मनी के हैम्बर्ग रवाना होंगे। इस्राइल में मोदी राष्ट्रपति रूवेन रूवी रिवलिन से मिलेंगे। वह दोनों देशों के सीईओ और भारतीय समुदाय को भी सम्बोधित करेंगे।
मोदी यहूदियों के नरसंहार पीड़ितों की याद में बने स्मारक याद वाशेम मेमोरियल संग्रहालय भी जाएंगे। इसे मानव इतिहास की सबसे क्रूर घटनाओं में गिना जाता है। प्रधानमंत्री 1918 में हैफा की आजादी के लिए जीवन का बलिदान देने वाले बहादुर भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि भी अर्पति करेंगे। उन्होंने कल एक बयान में कहा था, मैं भारत के विशेष सहयोगी, इस्राइल की एतिहासिक यात्रा शुरू कर रहा हूं, ऐसा करने वाला पहला भारतीय प्रधानमंत्री होने के नाते, मैं इस अभूतपूर्व यात्रा को लेकर बहुत उत्साहित हूं जो दोनों देशों और वहां के लोगों को निकट लाएगी। मोदी ने ट्वीट किया था, मैं अपने मित्र एइस्राइलीप्रधानमंत्री एनेतन्याहू के साथ विस्तृत वार्ता को लेकर उत्साहित हूं, जो अच्छे भारत-इस्राइल संबंधों के प्रति उतने ही प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने कहा था, मैं परस्पर लाभ के लिए आपसी साझोदारी के सभी पहलुओं और विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत बनाने के लिए नेतन्याहू के साथ गहन बातचीत करूंगा। हमें आतंकवाद जैसी बड़ी साझा चुनौतियों पर भी चर्चा का मौका मिलेगा। इस वर्ष भारत और इस्राइल राजनयिक संबंधों की स्थापना की रजत जयंती मना रहे हैं। मोदी ने कहा था, यात्रा के दौरान मेरा कार्यक्रम इस्राइली समाज के विभिन्न हिस्सों से जुड़ने का अवसर दे रहा है। मैं खास तौर पर इस्राइल में मौजूद सक्रिय और बड़े भारतीय समुदाय के साथ बातचीत को लेकर उत्सुक हूं। ये लोग दोनों देशों की जनता के बीच संबंधों को दर्शाते हैं।
आर्थकि पक्ष के बारे में, उन्होंने कहा था, मैं भारतीय और इस्राइली कंपनियों के सीईओ और स्टार्ट-अप्स के साथ मिलकर जमीनी स्तर पर व्यापार और निवेश बढ़ाने के लिए अपनी साझाा प्राथमिकताओं पर चर्चा करूंगा। प्रधानमंत्री छह जुलाई को हैम्बर्ग जाएंगे, जहां वह जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। यह सम्मेलन सात और आठ जुलाई को होने जा रहा है। जर्मनी में हो रहे इस सम्मेलन की इस वर्ष की थीम है अंत:संबंधित दुनिया को संवारना।