यरूशलम: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सहायता बंद करने की धमकी से फलस्तीन ‘ब्लैकमेल’ नहीं होगा। फलस्तीन के वरिष्ठ अधिकारी हसन अशरवी ने आज एक बयान में यह बात कही। वह ट्रंप के सालाना 30 करोड़ डॉलर की सहायता बंद करने की धमकी पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे। (बाय अमेरिकन, हायर अमेरिकन के चलते H1B वीजा के विस्तार में आ सकती है कमी )
उन्होंने कहा, ‘‘हम ब्लैकमेल नहीं होंगे। ट्रंप ने पहले तो हमारे शांति, स्वतंत्रता और न्याय के प्रयासों को तोड़ दिया, और अब उनकी इतनी हिम्मत की वह अपनी (अमेरिका) स्वयं की गैर-जिम्मेदराना कार्रवाई के लिए फलस्तीनियों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।’’
आपको बता दें कि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस्राइल के साथ शांति समझौते की इच्छा नहीं दिखाने पर फलस्तीन को दी जाने वाली सहायता को रोकने की धमकी दी है। ट्रंप ने ट्वीट करके कहा, ‘‘हम फलस्तीन को प्रत्येक वर्ष करोड़ों डॉलर देते हैं और बदले में हमें कोई आदर या प्रसंशा नहीं मिलती। वे इस्राइल के साथ लंबित शांति समझौता पर बात तक करने के लिए राजी नहीं है।’’