ऑकलैंड: न्यूजीलैंड में शनिवार रात आम चुनाव की शुरूआती मतगणना में प्रधानमंत्री बिल इंग्लिश की नेशनल पार्टी ने बढ़त हासिल कर ली लेकिन यह बढ़त इतनी नहीं है कि वह अकेले अपने दम पर सरकार का गठन कर सकें। न्यूजीलैंड के लोगों को यह जानने में कुछ दिन या हफ्ते लग सकते हैं कि उनका नया प्रधानमंत्री कौन होगा क्योंकि गठबंधन बनाने के लिए विभिन्न राजनीतिक दल एक दूसरे से मोलतोल करने की कोशिश कर सकते हैं। न्यूजीलैंड की आनुपातिक मतदान प्रणाली के तहत बड़े दलों के लिए शासन करने के खातिर आमतौर पर गठबंधन का निर्माण करना जरूरी होता है। इसका मतलब है कि इंग्लिश की मुख्य प्रतिद्वंद्वी जैसिंडा आर्डर्न शीर्ष पद पा सकती हैं।
अब तक एक तिहाई वोटों की गिनती हो चुकी है और नेशनल पार्टी ने 46 प्रतिशत मत हासिल किए हैं जबकि जैसिंडा की लेबर पार्टी को 36 प्रतिशत वोट मिले हैं। इसके बाद न्यूजीलैंड फर्स्ट पार्टी तथा ग्रीन पार्टी को क्रमश: 7 एवं 6 प्रतिशत वोट मिले हैं। पिछले महीने विपक्ष के नेता का पदभार ग्रहण करने के बाद से जैसिंडा की लोकप्रियता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। बड़ी-बड़ी रैलियों में किसी रॉक स्टार की तरह 37 वर्षीय नेता का स्वागत हुआ। उन्होंने अपने प्रशंसकों के बीच काफी उत्साह भरा। वहीं 55 वर्षीय इंग्लिश का प्रचार अभियान ज्यादा धूम-धड़ाके से दूर रहा। अपने प्रचार के दौरान उन्होंने अपने अनुभव और देश में आर्थिक प्रगति की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने अधिकतर कर्मचारियों के लिए टैक्स कटौती का वादा किया।
मतदान स्थानीय समयानुसार शाम 7 बजे तक हुआ और पहला नतीजा इसके करीब 90 मिनट बाद आया। जनमत संग्रह में संकेत मिले थे कि जैसिंडा को शुरूआत में मिली गति के बाद अपने प्रचार अभियान के आखिरी दिनों में इंग्लिश के प्रति दोबारा लोगों का समर्थन बढ़ गया। चुनाव अधिकारियों के आंकड़े के अनुसार रिकॉर्ड 12 लाख लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।