जिनिवा: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि लातिन अमेरिका में न्यूरोलॉजिकल विकारों और जन्म से विकृतियों के जीका विषाणु से होने वाले बढ़ते मामले पहली बार अफ्रीका में पाए गए हैं। संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने घोषणा की है कि जीका विषाणु केप वर्डे में घूम रहा है, जिसे लातिन अमेरिका में इसके मामलों के बढ़ने के पीछे वजह माना जा रहा।
डब्ल्यूएचओ के अफ्रीका मामलों की क्षेत्रीय प्रमुख माशीदीसो मोइती ने जिनिवा में संवाददाताओं को बताया, यह पहला मौका है जब न्यूरोलॉजिकल विकार और माइक्रोफाली कारण बनने वाला जीका के प्रभाव का अफ्रीका में पता चला है। विषाणु के तथाकथित एशियाई प्रभाव ने अकेले ब्राजील में ही 15 लाख लोगों को प्रभावित किया है और इसे जीका मामलों की सीक्वेंसिंग कर केप वर्डे में इसका पता लगाया गया।
डब्ल्यूएचओ की प्रवक्ता मार्शा वेंडरफोर्ड ने बताया यह ब्राजील में पाए गए विषाणु जैसी ही यह आनुवांशिक चीज है। मोइती ने कहा, ये नतीजें चिंता का विषय है क्योंकि इसने साबित कर दिया है कि यह दक्षिण अमेरिका से आगे फैल रहा है और अफ्रीका के दरवाजे पर पहुंच चुका है। उन्होंने बताया कि यह सूचना अफ्रीकी देशों को उनके जोखिम का पुर्नमूल्यांकन करने और उनकी तैयारियों का स्तर बढ़ाने में मदद करेगा।