काठमांडू। नेपाल ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट की नई ऊंचाई के बारे में जानकारी दी है। नेपाल विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि हाल में माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई को फिर से मापा गया है और दुनिया की इस सबसे ऊंची चोटी की ऊंचाई 8848.86 मीटर है। 1954 में पहली बार माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई मापी गई थी और उस समय भारत सरकार के सर्वे ऑफ इंडिया ने यह काम किया था, 1954 में माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई 8848 मीटर बताई गई थी।
अभीतक दुनियाभर में माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई 8848 मीटर ही बताई जाती रही है, लेकिन 2015 में नेपाल में बड़ा भूकंप आया था और ऐसा कहा जाने लगा कि माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई पर भी भूकंप का असर पड़ा है तथा ऊंचाई को फिर से मापने की जरूरत है। 2019 में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की नेपाल यात्रा के दौरान चीन और नेपाल ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए जिसके तहत दोनो देशों ने मिलकर दुनिया की सबसे ऊंची चोटी की ऊंचाई घोषित करने की बात कही।
इसके बाद 1 साल तक माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई मापने का काम चला और चीन की सरकार ने इसमें नेपाल के अधिकारियों की मदद की और एक साल तक ऊंचाई मापने के बाद यह घोषणा हुई है कि माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई 8848.86 मीटर है। हालांकि 1954 में भारत के सर्वे ऑप इंडिया ने जो आंकड़ा बताया था और अब जो आंकड़ा आया है उसमें ज्यादा अंतर नहीं है।