बेरूत। तुर्की की पूर्वोत्तर सीरिया में की गई कार्रवाई के एक दिन के भीतर 60, 000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। यह जानकारी युद्ध की निगरानी कर रहे संगठन सीरियन ऑब्ज़र्वटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने गुरुवार को दी। ब्रिटेन से संचालित संगठन ने बताया कि अधिकतर लोग पूर्वी हसाकेह शहर की ओर बढ़ रहे हैं।
संगठन के प्रमुख रामी अब्देल रहमान ने कहा कि सबसे अधिक विस्थापन सीमावर्ती रास-अल अयिन, ताल अब्याद और देरबशिया से हुआ है। उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय चेतावनी के बावजूद तुर्की समर्थित सीरियाई विद्रोहियों ने बुधवार को कुर्दिश नियंत्रित पूर्वोत्तर सीरिया में बुधवार को सैन्य कार्रवाई की। शुरुआत में हवाई हमले और गोलाबारी के बाद लड़ाकों ने इलाके के अहम सीमावर्ती इलाकों में कार्रवाई की।
गौरतलब है कि अंकारा सीरियाई सीमा के 30 किलोमीटर अंदर एक बफर क्षेत्र बनाना चाहता है ताकि 2011 में सीरिया में शुरू गृहयुद्ध के बाद उसकी सीमा में आए 36 लाख शरणार्थियों को वापस भेजा जा सके। मानवतावादी संगठन ने चेतावनी दी कि हालिया घटना से आठ साल से चल रहे संघर्ष में नागरिकों के लिए और घातक स्थिति पैदा हो सकती है।
एक संयुक्त बयान में कहा गया, ‘‘सीरिया- तुर्की सीमा के पांच किलोमीटर के दायरे में 4,50,000 लोग रहे हैं और अगर सभी पक्षों ने संयम नहीं बरता और नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता नहीं दी तो उन्हें सबसे अधिक खतरा है ।’’ इस बयान पर 14 मानवतावादी संगठनों ने हस्ताक्षर किए हैं और चेतावनी दी है कि ऐसे लोगों की बड़ी संख्या होगी जिनकों सहायता नहीं पहुंचाई जा सकेगी।
एर्दोआन का दावा-सीरिया में तुर्की की कार्रवाई में 109 आतंकवादी मारे गए
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन ने सीरियाई कुर्द लड़ाकों का संदर्भ देते हुए दावा किया कि सीरिया में एक दिन पहले अंकारा द्वारा की गई कार्रवाई में 109 आतंकवादी मारे गए। एर्दोआन ने विस्तार ने कुछ नहीं कहा और जमीनी रिपोर्ट में भी इतनी बड़ी संख्या में मौतों की सूचना नहीं आई है।
उन्होंने यूरोपीय संघ को अंकारा की सीरिया में कार्रवाई को ‘घुसपैठ’ नहीं बताने की चेतावनी दी। साथ ही सीरियाई शरणार्थियों की बाढ़ यूरोप की ओर मोड़ने की धमकी फिर दोहराई। एर्दोआन ने सत्तारूढ़ पार्टी के पदाधिकारियों से गुरुवार को कहा कि तुर्की, सीरिया सीमा से लगते इलाके को ‘आतंकी राज्य’ बनने से रोकना चाहता है।
तुर्की की सरकारी समाचार एजेंसी ने कहा कि तुर्की समर्थित सीरिया के विरोधी लड़ाकों ने सीरिया की सीमा में दो गांवों को आतंकवाद से मुक्त कर दिया है, इसका मतलब है कि उन गांवों में कोई सीरियाई कुर्दिश लड़ाका नहीं है।
अनादोली एजेंसी ने गुरुवार को कहा कि तुर्की समर्थित लड़ाके याबिसा और तेल फंदर गांव में दाखिल हुए लेकिन विस्तृत जानकारी नहीं दी। तुर्की समर्थित सीरियाई विद्रोदियों के प्रवक्ता मेजर युसूफ हम्मउद ने ट्वीट किया कि वे तेल अब्याद शहर के नजदीक यबिसा में हैं और आजादी हासिल करने वाला यह पहला गांव है।