नई दिल्ली: पिछले कुछ समय से दक्षिण कोरिया और अन्य देशों में मर्स नाम की बीमारी जोर पकड़े हुए हैं आइए जानते है कि क्या है मर्स और किस तरह से इस बीमारी से बचा जा सकता है।
क्या है मर्स
मध्य पूर्व रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (मर्स) एक वायरस के कारण होने वाली बीमारी है इसे विशेष रूप से, एक कोरोनावायरस कहा जाता है। मर्स श्वसन प्रणाली (फेफड़ों और श्वास नलियों) को प्रभावित करता है। अधिकांश मर्स रोगियों में बुखार, खांसी और सांस की तकलीफ के लक्षण के साथ सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी बीमारी विकसित होती है। मर्स के कारण हर 10 रोगियों में 3-4 मारे जाते हैं।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने पहले पूर्वव्यापी जांच के माध्यम से सितम्बर 2012 में सऊदी अरब में बीमारी की सूचना दी थी। मर्स का सबसे पहला मामला 2012 में जॉर्डन में पाया गया था। अरेबियन द्वीप में तथा उसके आस-पास के क्षेत्रों मर्स के मामले पाए गए है। मर्स एक ऐसी बीमारी है जो किसी को भी हो सकती है, 1 वर्ष से 99 वर्ष का कोई भी व्यक्ति इसकी चपेट में आ सकता है यह बीमार व्यक्ति से स्वस्थ्य व्यक्ति को फैलती है।
क्या है लक्षण और जटिलताएं
अधिकांश लोगों में निम्नलिखित लक्षणों के कारण मर्स की पुष्टि हुई है:-
(1) बुखार
(2)खांसी
(3)सांस की तकलीफ
कुछ लोगों में दस्त और उल्टी सहित गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल के लक्षण देखे गए। और कुछ में अधिक गंभीर जटिलताएं जैसे निमोनिया और गुर्दे की विफलता भी देखा। मर्स की चपेट में आए हर 10 लोगों में से 3-4 मारे गए है। आमतौर पर मर्स की यह बीमारी किसी भी व्यक्ति में 5 से 6 दिन के लिए होती है जो कि बढ़कर 2-14 दिन भी हो सकती है।
ये हैं निवारण
वर्तमान में, मर्स संक्रमण को रोकने के लिए कोई टीका नहीं है। इससे बचने के लिए लोगों को निम्नलिखित सलाह दी जारी है,
20 सेकंड के लिए साबुन और पानी से हाथ धो लें, और छोटे बच्चों के लिए भी ऐसा ही रहें। साबुन और पानी उपलब्ध नहीं हैं, तो एक शराब आधारित हाथ प्रक्षालक का उपयोग करें।
मैले हाथों से अपनी आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचें।
किसी भी बीमार व्यक्ति के साथ व्यक्तिगत संपर्क से बचें।
जब भी आप खाँसे या छीँकें तो सदैव टिशू का प्रयोग करें।
मर्स संक्रमण के लिए कोई विशेष एंटीवायरल उपचार नहीं है। मर्स के लक्षणों से राहत देने के लिए चिकित्सा देखभाल की तलाश कर सकते हैं।