भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के लेकर महत्वपूर्ण घटनाक्रम सामने आया है। डोमनिका हाई कोर्ट में शनिवार को मेहुल चोकसी के वकीलों ने एक अर्जी लगाई है। मेहुल चोकसी के वकीलों ने उन्हें चिकित्सा के लिए डोमनिका से बाहर ले जाने की अनुमति मांगी है। मेहलु चोकसी के वकील और डोमिनिका के वकील दोनों सहमत हैं और चाहते हैं कि उसकी चिकित्सा स्थिति के आधार पर उसे बाहर जाने दिया जाए।
कोर्ट में अर्जी लगाकर मेहुल चोकसी के वकील प्राथमिकता के तौर पर उसे एंटीगुआ या यूएस ले जाने की मांग कर रहे हैं। जबकि डोमनिका के वकील चाहते हैं कि वह त्रिनिदाद एंड टोबैगो जाए। डोमनिका हाई कोर्ट द्वारा चोकसी को बाहर जाने की अनुमति देने की सबसे अधिक संभावना है क्योंकि ये निर्णय अस्पताल द्वारा प्रस्तुत स्वास्थ्य रिपोर्ट पर आधारित होगा।
बता दें कि मेहलु चोकसी जैसे ही डोमनिका छोड़ेगा, वह एंटीगुआ की जिम्मेदारी हो जाएगा क्योंकि वह एंटीगुआ का नागरिक है। इसलिए उनकी कानूनी टीम इलाज के लिए पहले एंटीगुआ और यह संभव ना हुआ तो फिर अमेरिका ले जाने पर जोर दे रही है।
डोमिनिका हाई कोर्ट में मेहुल चोकसी मामले पर 12 जुलाई को होगी सुनवाई
चोकसी के वकील ने कहा कि उसे एक न्यूरोसर्जन को दिखाना है और उसकी हालत बिगड़ती जा रही है। द्वीप में कोई न्यूरोसर्जन नहीं है। सोमवार (12 जुलाई) को फिर से मामले की सुनवाई होगी। पंजाब नेशनल बैंक में 13,500 करोड़ रुपये के घोटाले में वांछित चोकसी एंटीगुआ से गायब होने के बाद 23 मई को डोमिनिका में पकड़ा गया था। उसने तंत्रिका संबंधी (न्यूरोलॉजिकल) स्वास्थ्य समस्या से ग्रस्त होने और इसका इलाज डोमिनिका में उपलब्ध नहीं होने को आधार बनाकर अपनी जमानत याचिका पर जल्द सुनवाई के लिए याचिका दाखिल की थी। इसके बाद अदालत ने सुनवाई की तारीख 12 जुलाई को तय की है।
बता दें कि, मेहुल चोकसी भारत से फरार होने के बाद 2018 से एंटीगुआ एंड बारबुडा में रह रहा था और बाद में वहां से लापता हो गया था। उसे अवैध प्रवेश के लिए 23 मई को पड़ोसी देश डोमनिका में गिरफ्तार किया गया था। डोमनिका के आव्रजन मंत्रालय ने उसे प्रतिबंधित आव्रजक घोषित कर दिया। वह भारत के पंजाब नेशनल बैंक में 13,500 करोड़ रुपये के घोटाले के संबंध में वांछित है और भारतीय जांच एजेंसियां उसे भारत लाने का प्रयास कर रही हैं।