काहिरा: अफ्रीकी देश लीबिया के दिवंगत तानाशाह मुअम्मर अल-गद्दाफी के बेटे ने अगले महीने देश में राष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनाव में रविवार को अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की। लीबिया की निर्वाचन एजेंसी ने यह जानकारी दी। ‘उच्च राष्ट्रीय निर्वाचन आयोग’ ने एक बयान में कहा कि सैफ अल-इस्लाम ने राजधानी त्रिपोली से 650 किलोमीटर दूर सभा शहर में अपनी उम्मीदवारी का पर्चा दाखिल किया। अल-इस्लाम, वर्ष 2011 में हुए विद्रोह से संबंधित मानवता के प्रति अपराध के आरोप के सिलसिले में अंतरराष्ट्रीय आपराधिक अदालत द्वारा वांछित हैं।
गद्दाफी के बेटे को 2011 हुए विद्रोह के दौरान पकड़ा गया था और जब उनके पिता को 40 साल सत्ता में रहने के बाद हटा दिया गया था। गद्दाफी को बाद में मार दिया गया था और देश में गृहयुद्ध की स्थिति पैदा हो गई थी। निर्वाचन अधिकारी की ओर से साझा किए गए एक वीडियो में सैफ अल-इस्लाम ने कैमरे पर कहा कि अल्लाह देश के भविष्य के लिए सही राह तय करेगा।
49 साल का सैफ अल-इस्लाम अल-गद्दाफी पारंपरिक भूरे रंग का चोला और पगड़ी पहने दिखाई दिया। लीबियाई चुनाव आयोग के एक वीडियो में गद्दाफी का बेटा अधपकी दाढ़ी और चश्मा लगाए उम्मीदवारी के पर्चे पर हस्ताक्षर करता नजर आया।
कई सालों में यह पहली बार है जब अल-इस्लाम सार्वजनिक रूप से सामने आए। इस्लाम को पांच साल तक हिरासत में रखे जाने के बाद 2017 में छोड़ा गया था। जुलाई में उन्होंने न्यूयार्क टाइम्स को दिए इंटरव्यू में कहा था कि वह देश के राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने के बारे में सोच रहे हैं। अल-इस्लाम की उम्मीदवादी से लीबिया में राजनीतिक उथल-पुथल होने की आशंका है।
लीबिया में राष्ट्रपति चुनाव के लिए 24 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे। इसे लेकर अभी से देशभर में तैयारियां की जा रही हैं।