त्रिपोली: अफ्रीकी देश लीबिया में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने जो कहर बरपाया था उसकी निशानियां आज भी मिल रही हैं। लीबिया के तटीय शहर सिरते में 2015 में इस्लामिक स्टेट (IS) के आतंकवादियों के हाथों मारे गए मिस्र के 21 कॉप्टिक ईसाइयों के शव मिले हैं। लीबिया में अपनी पैठ बनाने के बाद से इस्लामिक स्टेट ने कई ईसाइयों को मौत के घाट उतारा है।
लीबिया के अटॉर्नी जनरल कार्यालय ने शुक्रवार रात को घोषणा की कि शव तटीय शहर के बाहरी इलाके में पाए गए। उनके हाथ पीछे की ओर बंधे हुए थे और उन्होंने वही नारंगी रंग के जंपसूट पहन रखे थे, जो उन्होंने सिर कलम करते दिखाए गए एक वीडियो में पहने हुए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मृतकों के सिर पास ही में पाए गए और उनके शिनाख्त के लिए शवों का DNA टेस्ट कराया जाएगा।
शवों के मिलने की बात अटॉर्नी जनरल सादिक अल सोर द्वारा यह घोषणा किए जाने के एक सप्ताह के बाद सामने आई है कि सरकारी सुरक्षा बलों ने सिर कलम करने की घटना फिल्माने वाले एक आतंकवादी को पकड़ लिया है। गौरतलब है कि इस्लामिक स्टेट ने 2015 में सिरते पर नियंत्रण हासिल कर लिया था और 2016 में अमेरिका के नेतृत्व वाली स्थानीय सेनाओं ने शहर को इस आतंकी संगठन के कब्जे से मुक्त करा लिया था।