दुनिया में कई ऐसे देश हैं ख़ासकर मुस्लिम बहुल देश, जहां क़रीबी रिश्तेदारी में शादी आम बात है लेकिन ऐसा ही एक मुस्लिम बहुल देश है ताजिकिस्तान जहां इस तरह की शादियों पर रोक लगाने का फैसला किया गया है।
आपको बता दें कि हमारे देश में भी मुस्लिम समुदाय में क़रीबी रिश्तेदारों में शादी हो जाती है। केरल में हिंदुओं में भी मामा से शादी करने का परंपरा रही है।
मध्य एशिया के सबसे ग़रीब देश ताजिकिस्तान में जब इस फ़ैसले की घोषणा हुई तो ये सारी दुनिया में ये चर्चा का विषय बन गया। ये फ़ैसला 13 जनवरी को देश की संसद ने किया। इस फ़ैसले के तहत अब देश में क़रीबी संबंधियों के बीच शादी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
ताजिकिस्तान संसद का मानना है कि इस तरह के विवाह से पैदा होने वाले बच्चों में आनुवंशिक रोग होने की संभावनाएं ज़्यादा होती हैं। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग ने 25 हज़ार से ज्यादा विकलांग बच्चों का पंजीकरण और उनका अध्ययन करने के बाद पाया कि इनमें से लगभग 35 प्रतिशत बच्चे ऐसे हैं जो इस तरह के विवाह से पैदा हुए हैं।
दुनिया के लगभग एक-चौथाई हिस्से में आज भी क़रीबी रिश्तेदारी में विवाह आम हैं। इनमें एशिया, उत्तरी अफ्रीका, स्विट्ज़रलैंड, मध्यपूर्व, और चीन, जापान और भारत के कई हिस्से शामिल हैं।
क़रीबी रिश्तेदारी में विवाह चचेरे/ममेरे भाई/बहन या उससे भी निकट रक्तसंबंधी से होते हैं।
कई देश ऐसे भी हैं जहां इस तरह के विवाह पर पूरी तरह प्रतिबंध तो नहीं है लेकिन यह आंशिक रूप से प्रतिबंधित है। उदाहरण के लिए कई अमरीकी राज्यों में इस तरह के विवाह की अनुमति सिर्फ उन्हीं लोगों को दी जाती है जिनकी उम्र 65 वर्ष से अधिक हो या जो बच्चे पैदा करने में असमर्थ हों.