संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक बार फिर भारतीय तिरंगा लहरा उठा। दुनिया के इस शक्तिशाली समूह में भारत का एकबार फिर दो दो वर्षों के लिए अस्थायी सदस्य के तौर पर कार्यकाल शुरू हो गया। संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत टीएस त्रिमूर्ति ने तिरंगा लगाने के बाद कहा कि भारत आतंकवाद जैसे मानवता के दुश्मनों के खिलाफ आवाज उठाने कभी पीछे नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि भारत विकासशील देशों की आवाज होगा। भारत आठवीं बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य बना है।
भारत के साथ ही अस्थायी सदस्य के तौर पर नॉर्वे, केन्या, आयरलैंड और मैक्सिको के झंडे भी इस विशेष समारोह के दौरान लगाए गए। भारत के साथ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में नॉर्वे, केन्या, आयरलैंड और मैक्सिको अस्थायी सदस्य बने हैं। वे अस्थायी सदस्यों इस्टोनिया, नाइजर, सेंट विंसेंट और ग्रेनाडा, ट्यूनिशिया, वियतनाम तथा पांच स्थायी सदस्यों चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका के साथ इस परिषद् का हिस्सा होंगे।
भारत अगस्त 2021 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् का अध्यक्ष होगा और फिर 2022 में एक महीने के लिए परिषद् की अध्यक्षता करेगा। परिषद् का अध्यक्ष हर सदस्य एक महीने के लिए बनता है, जो देशों के अंग्रेजी वर्णमाला के नाम के अनुसार तय किया जाता है। झंडा लगाने की परंपरा की शुरुआत कजाकिस्तान ने 2018 में शुरू की थी।
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