बेरुत: यूनाइटेड नेशंस इकोनॉमिक एंड सोशल कमीशन फॉर वेस्टर्न एशिया (ईएससीडब्ल्यूए) द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट में यह निष्कर्ष निकाला गया है कि इस्राइल ने रंगभेद पर आधारित शासन स्थापित किया है। संयुक्त राष्ट्र और इस्राइल के अधिकारियों ने इस रिपोर्ट की आलोचना की है। ईएससीडब्ल्यूए ने फलस्तीनी लोगों के प्रति इस्राइल का व्यवहार और रंगभेद का प्रश्न शीर्षक वाली एक रिपोर्ट बेरुत में एक संवाददाता सम्मेलन जारी की।
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इसके लेखकों ने यह निष्कर्ष निकाला है कि इस्राइल ने रंगभेद पर आधारित एक शासन व्यवस्था की स्थापना कर ली है जिसने फलस्तीनी लोगों के नस्ली उत्पीड़न को व्यवस्थित तरीके से संस्थागत बनाया है। संयुक्त राष्ट्र में इस्राइल के राजदूत डैनी डेनन ने रिपोर्ट की निंदा की है। रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि इसे संयुक्त राष्ट्र के सचिवालय के साथ विचार-विमर्श किए बिना प्रकाशित किया गया है और इसके विचार महासचिव के विचार को नहीं दर्शाते हैं।
यह पूछे जाने पर कि किसने इस रिपोर्ट को मान्यता दी है और किसने इसकी समीक्षा की, उन्होंने कहा, यह ईएससीडब्ल्यूए से पूछा जाने वाला प्रश्न है। इस रिपोर्ट को ईएससीडब्ल्यूए ने मान्यता दी है।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की स्थायी प्रतिनिधि निक्की हेली ने कहा है कि अमेरिका इस रिपोर्ट से नाराज है। उन्होंने इसे वापस लिये जाने का सुझाव दिया।