नई दिल्ली: आतंकी संगठन isis ने मोसुल के इलेक्शन कमीशन के 300 कर्मचारियों को मौत के घाट उतार दिया है। कर्मचारियों को धर्म का अपमान करने और बात ना मानने की वजह से मार दिया गया। एक इराकी ऑफिसर के मुताबिक मोसुल में इस घटना को अंजाम दिया गया है।
नेशनल मल्टीट्यूड मिलिशिया के प्रवक्ता महमूद अल-सौर्यी ने बताया कि मरने वालों में 50 महिलाएं भी शामिल हैं। तथा दूसरी ओर, इलेक्शन कमीशन के हेड का कहना है कि मोसुल में उनके कर्मचारियों को चाकू से गोदकर मार दिया गया है। मोसुल पर कब्जा करने के बाद से isis अब तक 2 हजार से अधिक लोगों को मौत के घाट उतार चुके है।
आतंकियों ने पिछले साल 10 जून को मोसुल पर कब्जा किया था। उन्होंने लोगों को मारने के लिए एक लिस्ट बनाई है जिसमें पुलिसकर्मी, आर्मी अफसर तथा ह्यूमन राइट एक्टिविस्ट्स शामिल हैं। इराक वाइस प्रेसिडेंट के ऑफिस ने स्टेटमेंट में कहा है कि "मोसुल के लोगों ने जिहादी संगठन के खिलाफ लड़ते हुए काफी नुकसान उठाया है। हमें इसका दुख है।"