बगदाद: रोजगार और बुनियादी सेवाओं की कमी के विरोध में सैकड़ों इराकी प्रदर्शनकारियों ने रविवार को सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, धी कार प्रांत में प्रांतीय परिषद की इमारत के आसपास दर्जनों प्रदर्शनकारी जुट गए और अन्य ने इराकी राजधानी बगदाद से 375 किलोमीटर दूर दक्षिण में नसीरीया शहर में अल-हिकमा, बद्र और फधिएला राजनीतिक दलों के कार्यालयों पर हमला कर दिया। एक सूत्र ने बताया कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग की और इसमें कुछ लोगों के घायल होने की भी खबरें हैं। प्रदर्शनकारियों ने व्यापक भ्रष्टाचार के पीछे प्रभावशाली दलों का हाथ होने का आरोप लगाया, जिसके चलते देश में बिजली, पानी और अन्य बुनियादी सेवाओं के पुनर्वास व बेरोजगारी में वृद्धि हुई है। (पाकिस्तान: सड़क हादसे में कम से कम 18 लोगों की मौत, 30 अन्य घायल )
मुथन्ना प्रांत में प्रदर्शन जारी रहा। दर्जनों प्रदर्शनकारियों ने ने मुथन्ना की प्रांतीय परिषद की इमारत में घुसने की कोशिश की। घटनास्थल पर भारी गोलीबारी की आवाज सुनाई दी। बाद में इराक के सरकारी चैनल ने घटना की पुष्टि की और कहा कि प्रांतीय परिषद की इमारत में प्रदर्शनकारियों को घुसने से रोकने की कोशिश के दौरान 14 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए और 27 प्रदर्शनकारियों को सुरक्षाकर्मियों ने गिरफ्तार कर लिया। बगदाद से 160 किलोमीटर दूर दक्षिण में बसे पवित्र शिया शहर नजफ में भी विरोध प्रदर्शन हुआ। सैकड़ों लोगों ने प्रांतीय सरकार की इमारत के पास रैली की। पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया गया।
मयसान, वासित और बसरा प्रांतों के कई शहरों में भी प्रदर्शनकारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन रोकने के लिए इराकी प्रधान मंत्री हैदर अल-अबादी द्वारा उठाए गए कदमों के बावजूद आठवें दिन भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा। इन कदमों में सरकारी संस्थानों में हजारों नौकरियां प्रदान करने के अलावा बिजली और जल सुविधाओं जैसे सार्वजनिक सेवाओं के लिए कई प्रमुख परियोजनाएं के संचालन के लिए तीन अरब डॉलर आवंटित करना शामिल रहा। इस बीच इराकी बलों के कमांडर-इन-चीफ के रूप में अबादी ने विरोध प्रदर्शन के जवाब में मध्य और दक्षिणी प्रांतों में सुरक्षाबलों के लिए उच्च अलर्ट जारी करने का आदेश जारी दिया है।