तेहरान: ईरान के एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका अगर 2015 के परमाणु समझौते से अलग होने का फैसला लेता है तो ऐसी स्थिति में उनका देश भी प्रतिक्रियास्वरूप परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) तोड़ने के कदम पर विचार कर सकता है। ईरान के सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव अली शमखानी ने कहा, "एनपीटी के मुताबिक, इस समझौते में शामिल देशों को अगर यह लगता है कि यह संधि उनके हित में नहीं है तो वे इससे अलग हो सकते हैं और ईरान के लिए भी यह विकल्प खुला है।" (महिलाओं से नफरत करता था भीड़ पर गाड़ी चलाने वाला कनाडाई व्यक्ति )
शमखानी ने यह टिप्पणी एक अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा सम्मेलन में शामिल होने के लिए रूस स्थित सोचि के लिए रवाना होने से पहले की। उन्होंने कहा कि ईरान को संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) के नाम से प्रसिद्ध जनवरी 2016 से प्रभावी परमाणु समझौते से कोई लाभ नहीं हो रहा।
उन्होंने कहा, "दूसरा पक्ष (अमेरिका) यह समझौता लागू होने के पहले दिन से ही इसमें बाधाएं उत्पन्न कर रहा है।" उन्होंने साथ ही परमाणु गतिविधियां फिर शुरू करने की ईरान की क्षमता को भी उजागर करते हुए कहा कि अगर परमाणु समझौते को तोड़ा जाता है, तो उनका देश प्रतिक्रियास्वरूप ऐसे कदम उठाएगा जो सबको हैरानी में डाल देंगे।