तेहरान: हाल ही में अमेरिका को आतंकवाद से बचाने के लिए नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नए आव्रजन नीतियों से संबंधित एक शासकीय आदेश जारी किया। जिसके तहत ट्रंप ने सात मुस्लिम बहुल देशों के अमेरिका में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी। ट्रंप के इस आदेश से दुनिया भर में खलबली मच गई है। इस नीति से अमेरिका में रहने वाले शरणार्थियों और प्रवासियों को मन में अमेरिका से निकाले जाने का डर और भी बढ़ गया है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और संयुक्त राष्ट्र सचिव एंटोनियो गुटेरेस ने ट्रंप के इस फैसले की आलोचना की।
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अमेरिका के इस फैसले के बाद ईरानी राष्ट्रपति ने भी ट्रंप को करार जवाब दिया और ईरान में अमेरिकियों के प्रवेश पर पांबदी लगा दी। ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने ट्रंप प्रशासन की ओर से मुस्लिम बहुल देशों के नागरिकों के लिए आव्रजन एवं वीजा प्रक्रिया को निलंबित करने का कार्यकारी आदेश जारी किए जाने को लेकर अमेरिका पर निशाना साधते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को राजनीति में आया नया व्यक्ति (न्यूकमर) करार दिया है।
रूहानी ने कहा, एक अलग दुनिया में रहने वाले व्यक्ति ने अब सियासत की दुनिया में कदम रखा है। उन्होंने यह भी कहा कि ट्रंप सिर्फ अपने देश को नहीं, बल्कि अन्य देशों को भी नुकसान पहुंचाएंगे। अमेरिका के ट्रंप प्रशासन ने जिन सात मुस्लिम बहुल देशों के नागरिकों के अमेरिका आने से रोकने का फैसला किया है उनमें ईरान भी शामिल है।