तेहरान: ईरान के परमाणु कार्यक्रम के लिए वैश्विक शक्तियों और तेहरान के बीच वार्ताओं का दौर जारी है। लेकिन अभी इस संबंध में कोई सहमति नहीं बन पाई है। हालांकि प्रतिनिधियों का कहना है कि वे कई समस्याओं को सुलझाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। ईरान के शीर्ष वार्ताकार उपविदेश मंत्री अब्बास अराक्ची ने सोमवार को यह जानकारी दी। अराक्ची ने एक स्थानीय टेलीविजन कार्यक्रम के दौरान कहा कि इन वार्ताओं में दो मुद्दों का कोई समाधान नहीं निकाला जा सका। इनमें परमाणु समझौते से जुड़ी गतिविधियां शामिल हैं, जो समझौते के तहत ईरान के लिए उचित है। दूसरा, ईरान के खिलाफ पाबंदियों को हटाया जाना शामिल है। इन समस्याओं से देश की अर्थव्यवस्था पर बोझ भी बढ़ा है।
उपविदेश मंत्री ने कहा कि ईरान की सरकार की मांग है कि परमाणु समझौते के तहत देश पर लगी सभी पाबंदियों को हटाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह समय जी5+एक समूह के देशों के लिए सही फैसला लेकर सभी पाबंदियों को हटाने का है।
ईरान के परमाणु कार्यक्रम समझौते पर लगभग एक दशक से चले आ रहे गतिरोध को समाप्त करने के लिए मध्यस्थों द्वारा निर्धारित की गई अंतिम तिथि मंगलवार को समाप्त हो रही है।
ईरान के साथ परमाणु समझौते पर सहमति बनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थाई सदस्य देशों फ्रांस, ब्रिटेन, रूस, अमेरिका, चीन सहित जी5 + एक समूह देशों के सभी विदेश मंत्री रविवार से स्विट्जरलैंड के लुसाने में हैं।