तेहरान: ईरान-इराक सीमा पर राहत कर्मी आज भी भूकंप के कारण मची तबाही का मलबा साफ करने में जुटे रहे। इस भूकंप में मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 430 से पार पहुंच गया है। ज्यादातर लोग उस इलाके में मारे गए हैं जिसे 1980 में युद्ध के बाद फिर से बनाया गया था। ईरान के स्थानीय समयानुसार रात नौ बजकर 48 मिनट पर आए 7.3 की तीव्रता वाले भूकंप से सबसे अधिक नुकसान केरमनशाह प्रांत के सरपोल ए जहाब में हुआ है, जो ईरान और इराक को विभाजित करने वाले जगरोस पर्वतीय इलाके में स्थित है। भूकंप में कई इमारतें ढह गई, कुछ इमारतों की बाहरी दीवारों पर दरारें भी आई हैं। बिजली और पानी की लाइनें टूट गई हैं और टेलीफोन सेवाएं बाधित हैं। (ट्रंप जूनियर ने किया विकिसलीक्स के साथ हुए संवाद का खुलासा)
तेहरान के लड़ाके भी अन्य बचाव कर्मियों की तलाश अभियान में मदद कर रहे हैं। मलबे की जांच के लिए श्वान दस्ते का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। सरपोल ए जहाब का अस्पताल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है और सेना ने खुले में एक अस्पताल स्थापित किया है। कई घायलों को तेहरान सहित अन्य शहरों में भर्ती कराया गया है। खबरों के अनुसार भूकंप से सेना की एक चौकी और सीमांत शहर की इमारतें भी क्षतिग्रस्त हो गईं और अज्ञात संख्या में जवान मारे गए हैं। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनी ने सभी सरकारी और सैन्य बलों को तत्काल प्रभावितों की मदद के लिए रवाना कर दिया है।
ईरान के संकट प्रबंधन मुख्यालय के प्रवक्ता बेहनम सईदी ने सरकारी टीवी को बताया कि भूकंप से देश में 430 लोग मारे गए हैं और 7,156 अन्य लोग घायल हुए। अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण के अनुसार भूकंप का केंद्र इराक के पूर्वी शहर हलबजा के 31 किलोमीटर बाहर और 23.2 किलोमीटर की गहराई पर था। भूकंप के कारण दुबई की गगनचुंबी इमारतें भी हिल गईं और यह भूमध्यसागरीय तट पर 1,060 किलोमीटर दूर तक महसूस किया गया। इराक के गृह मंत्री के अनुसार में भूकंप से सात लोगों की मौत हुई है और 535 लोग घायल हैं। सभी देश के उत्तरी, अर्द्ध स्वायत्त कुर्द क्षेत्र के हैं।