संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निकी हेली ने कहा है कि ईरान को परमाणु संधि का इस्तेमाल कर मनमानी करने नहीं दिया जा सकता। हेली का यह बयान ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी की चेतावनी के बाद आया है। (पीएम मोदी के भाषण के बाद चीन की प्रतिक्रिया कहा, भारत अब दोस्त नहीं प्रतिद्वंदी)
रूहानी ने चेतावनी देते हुए कहा था कि अमेरिका और पांच अन्य वैश्विक शक्तियों के साथ किया गया वर्ष 2015 का ऐतिहासिक परमाणु समझौता टूट सकता है। रूहानी ने कहा कि यदि अमेरिका ईरान के खिलाफ धमकियां देना और प्रतिबंध लगाना जारी रखता है तो तेहरान जल्दी ही अपने परमाणु कार्यक्रम को आगे बढ़ा सकता है।
हेली ने चेतावनी दी कि परमाणु संधि को विफल नहीं होने दिया जाना चाहिए। किसी भी परिस्थिति में ईरान को परमाणु हथियार रखने नहीं दिया जा सकता। उन्होंने कहा कि ईरान को मिसाइलें प्रक्षेपित करने, आतंकवाद का समर्थन करने, मानवाधिकारों का अपमान एवं उल्लंघन करने के लिए और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के नियमों का उल्लंघन करने का जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। हेली की योजना अगले सप्ताह वियना स्थित संयुक्त राष्ट्र परमाणु एजेंसी का दौरा करने की है।