लंदन: भारतीय मूल के एक वकील की पूर्व पत्नी ने ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट में आज ऐसा फैसला जीता है जो मील का पत्थर होगा। उसका दावा था कि उसका अनुचित तलाक निपटान हुआ है। वर्षा गोहिल (50) ने एक अन्य पूर्व पत्नी एलिसन शारलैंड के साथ एक संयुक्त मामले में दलील दी कि उनके पतिओं के पास कितनी संपत्ति है इस पर उन्होंने न्यायाधीशों को गुमराह किया है और उन्हें और धन मिलना चाहिए।
ब्रिटेन की शीर्ष अदालत ने इस बात सहमति दी कि उनके दावों को हाई कोर्ट द्वारा फिर से आकलन किया जाना चाहिए, जहां पर अब तलाक निपटान का अंतिम फैसला होगा। लंदन स्थित वर्षा ने कहा कि तलाक में कोई नहीं जीतता है और इस तरह के मुकदमों में उन परिवार के बच्चे फंसते हैं जिन पर ध्यान दिया जाना चाहिए। वे बहुत भारी कीमत चुकाते हैं।
वर्षा अपने पूर्व पति भद्रेश गोहिल से 2004 के तलाक निपटान में छह साल पहले 270,000 पाउंड और एक कार लेने पर सहमत हो गई थीं। 2010 में भद्रेश को करीब 3.7 करोड़ पाउंड के धन शोधन के मामले में दोषी ठहराया गया था और 10 साल की कैद हुई थी। उसके आपराधिक मुकदमे में सबूतों ने बताया कि तलाक के मामले में उसने अपनी असल संपत्ति का खुलासा नहीं किया था।