मोदी ने कहा कि भारत के ऊर्जा सुरक्षा क्षेत्र में मेक्सिको एक प्रमुख साझेदार देश है।
उन्होंने कहा, "हम अपने संबंधों को खरीदारी-बिकवाली से आगे बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं। हम इसे लंबी अवधि तक बढ़ाना चाहते हैं। नए क्षेत्रों में हमारे व्यावसायिक एवं निवेश और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी साझेदारियों को विस्तृत करने की संभावना है।"
दोनों देशों के बीच अंतरिक्ष, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग पर सहमति बनी है।
उन्होंने कहा, "हम कृषि अनुसंधान, जैव-प्रौद्योगिकी, कचरा प्रबंधन, आपदा चेतावनी और प्रबंधन और सौर ऊर्जा के क्षेत्रों की परियोजाओं को प्राथमिकता देंगे। मैं अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन में राष्ट्रपति पेना निटो के सहयोग के लिए धन्यवाद देता हूं।"
दोनों पक्षों के बीच अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन के उद्देश्यों को बढ़ावा देने के तरीकों पर सहमति बनी।
संयुक्त बयान के मुताबिक, "दोनों देश अंतरिक्ष विज्ञान, पृथ्वी अवलोकन, जलवायु एवं पर्यावरणीय शोध में सहयोग देने, भारत एवं मेक्सिको में दूरसंवेदन के लिए उपलब्ध अंतरिक्ष संबंधी संसाधनों के पर्याप्त इस्तेमाल, मेक्सिकन अंतरिक्ष एजेंसी (AEM) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के बीच आपदा रोकथाम चेतावनी तथा उपग्रहों के प्रक्षेपण क्षेत्र में सहयोग का स्वागत करते हैं।"
राष्ट्रपति निटो ने निकट भविष्य में मोदी को मेक्सिको के राजकीय दौरे के लिए आमंत्रित भी किया है। मोदी ने भी उन्हें भारत के राजकीय दौरे का न्यौता दिया।