WHO के मुताबिक, इस घातक बीमारी का वायरस जंगली जानवरों से इंसानों में और फिर इंसानों से इंसानों में फैल सकता है। इबोला के मामलों में मौत का प्रतिशत 50 रहा। इबोला का पहला मामला मध्य अफ्रीकी देशों के गांवों में सामने आया। लेकिन इस बीमारी के फैलने के बाद पश्चिम अफ्रीका के देशों में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी इसकी चपेट में आए।